Yoga se hogaa: अष्टाॅग योग

अध्याय 2 अष्टाॅग योग :- स्वास्थ्य विशेषज्ञ दैनिक जीवन में योग के महत्व को बताते है और यह कैसे अपने शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को पूरे दौर में अच्छी तरह से सुनिश्चित करने में मदद कर सकता है, यह बताते है- योग के द्वारा विभिन्न दशाओं को पार करता हुजा व्यक्ति मन और आत्मशक्ति का विकास करता हुआ आत्मज्ञान को प्राप्त होता है।योग एक प्राचीन भारतीय अभ्यास है, जो शरीर, मन और आत्मा को एकसाथ जोड़ने का काम करता है। यह न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक और आत्मिक दृष्टि से भी व्यक्ति को स्वस्थ और संतुलित बनाता है। योग के नियमित अभ्यास से न केवल शरीर की लचीलापन बढ़ती है, बल्कि यह मानसिक शांति, तनाव मुक्ति और आत्म-ज्ञान को भी बढ़ावा देता है। हमारे ऋषि-मुनियों ने योग के द्वारा शरीर मन और प्राण की शुद्धि तथा परमात्मा की प्राप्ति के लिए आठ प्रकार के साधन बतलाए है. जिसे अष्टांग योग कहते हैं। ये हैं यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रात्याहार, धारणा, ध्यान ...